News Saga Desk
पटना। आज तेजस्वी यादव ने पार्टी की आंतरिक बैठक में कई महत्पूर्ण बातें कहीं। उन्होंने साफ तौर से कहा कि मैं संजय यादव और मनोज झा के कहने पर निर्णय नहीं लेता। भ्रम में नहीं रहें। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कहा कि तीन से चार महीना का समय है। सभी लोग अपने काम में लग जाएं। मैं किसी को बैठने नहीं दूंगा। कहीं आना जान और किसी के साथ उठने बैठने से मैं उसका मानकर फैसला नहीं लेता। मेरा भाई हो, बहन हो, चाचा हो, काका हो या मामा हो। मैं किसी का सुनने वाला नहीं हूँ।एनडीए से सीखिए वो कितना गंभीर हैं। पहलगाम घटना हुआ वो फिर भी नहीं रुके। कानपुर का दौरा रद्द कर दिए लेकिन बिहार का दौरा रद्द नहीं किये। इतना गंभीर है एनडीए। गृह मंत्री अमित शाह का हर महीने चार से पांच दिन बिहार में रुकने की योजना है। कैबिनेट मिनिस्टर तो लगातार आ ही रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आपलोगों को सदस्यता अभियान चलाने के लिए बोला गया। लेकिन आप सबने क्या किया। अगर मैं बोल दूँ तो आप सभी की पोल खुल जाय। पार्टी कार्यालय में सकारात्मक माहौल की जगह नकारात्मक माहौल रहता है। कोई अनुशासन नहीं रहता। अगर यही हाल रहा तो मैं कार्यालय में ताला लगवा दूंगा। कार्यालय सकारात्मक माहौल बनाने के लिए है। लेकिन यहाँ उल्टा हो रहा है। सरकार बनने दीजिये। सभी को सम्मान देंगे। टिकट तो सिर्फ 243 ही न बंटेगा। उसमें भी हमलोग 150 सीट पर ही लड़ते हैं। बाकियों को अलग अलग संस्थानों में मौका देंगे। कौन जात वोट देता है, नहीं देता है। यह बोलने की जरूरत क्या है। यह बोलने से ही नुकसान होगा। जो दस बीस परसेंट देता है फिर वो भी नहीं देगा। ये सब कोई बोला नहीं करें।
तेजस्वी यादव ने बताया कि 4 मई को महागठबंधन की बड़ी बैठक है। सभी सांसद, विधायक, एमएलसी और संगठन के लोग मौजूद रहेंगे। समन्वय स्थापित करने के लिए यह बैठक अहम होगी। आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए भारत सरकार जो भी करे। हमलोग सरकार के साथ हैं। पहलगाम मामले में कोई फालतू का बयान नहीं देगा। हमारी लड़ाई धर्म पूछकर मारने वालों से भी है और जाति पूछकर मारने वालों से भी है।
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